Published On Oct 28, 2019
श्री कृष्ण नागलीला :-
• SHRI KRISHNA NAAGLEELA (Traditional D...
श्रीं कूल यमुना धेनु आगे जल में बैठे प्रभुजी आन के !
नाग नागिनी दोनों बैठे श्रीकृष्ण जी पहुंचे आन के !
नागिनी कहती सुनो रे बालक जाओ यहां से भाग के !
तेरी सूरत देख मन दया उपजी नाग मारेगा जाग के !
किसका बालक पुत्र कहिए कौन तुम्हारा ग्राम है !
किसके घर तू जनमिया बालक, क्या तुम्हारा नाम है !
वासुदेव जी का पुत्र कहिए , गोकुल हमारा ग्राम है !
वासुदेव जी का पुत्र कहिए , गोकुल हमारा ग्राम है !
श्री माता देवकी जनमिया मैनू ,श्री कृष्ण हमारा नाम है !
ले रे बालक हत्थां दे कंगन , कन्नां दे कुंडल सवा लखां दियां बोरियां !
इतना द्रव्य ले जा रे बालक, देयां मै नागां कोलों चोरियां !
क्या करां तेरे हाथों के कंगन ,कन्नां दे कुंडल सवा लखां दियां बोरियां !
श्री मात यशोदा दही बिलोवै , पावा नाग काले दीयां डोरियां !
क्या रे बालक वेद ब्राह्मण ,क्या मरिया तू तां चाहुनाए !
नाग दह में आन पहुंचिया ,अब कैसे घर जावनाए !
ना रे पदमनी वेद ब्राह्मण, नन्दजी का मैं बालका !
श्री मात यशोदा दही बिलोवै ,नेतरा मांगे काले नाग दियां !
पदम् चूमे भुजा मरोड़ी, नागिनी नाग जगाया !
उठो रे उठो बलवन्त योद्धा ,बालक नथने को आया !
उठिया रे उठिया नाग नाग मंडली का राजा इन्द्र वांगूं गरजया !
बांके मुकुट पर झपट कीनी ,श्री कृष्ण जी मुकुट बचाया !
भुजा का बल प्रभु खैंच लीन्हों ,जिह्वा का बल प्रभु जी हरण कियो !
हाथ जोड़ नागनिया कहती ,बल पिया जी तुम्हारा कहां गयो !
बंसरी सेती काली नाग नथिया फन फन नृत्य कराया !
फूल फूल मथुरा की नगरी देवकी मंगल गाया !
भगत हेत प्रभो जन्म लेकर ,लंका मे रावण मारिया !
काली दल मे नाग नथिया ,मथुरा मई कंस पछारिया !
सप्त दीप नौ खंड चौदह, सभी तेरा है पसारिया !
सूरदास जो तेरा यश गावे, तेरे चरणा तों बलहारियां !