Triyuginarayan Temple, जहां शिव-पार्वती ने लिए थे सात फेरे, पुरोहित बने थे ब्रह्मा
aao pahad aao pahad
2.78K subscribers
279 views
18

 Published On Aug 25, 2020

इस मंदिर के अंदर सदियों से अग्नि जल रही है। शिव-पार्वती जी ने इसी पवित्र अग्नि को साक्षी मानकर विवाह किया था। यह स्थान रुद्रप्रयाग जिले का एक भाग है। त्रियुगीनारायण मंदिर के बारे में ही कहा जाता है कि यह भगवान शिव जी और माता पार्वती का शुभ विवाह स्थल है।

मंदिर के अंदर प्रज्वलित अग्नि क ई युगों से जल रही है इसलिए इस स्थल का नाम त्रियुगी हो गया यानी अग्नि जो तीन युगों से जल रही है।

त्रियुगीनारायण हिमावत की राजधानी थी। यहां शिव पार्वती के विवाह में विष्णु ने पार्वती के भाई के रूप में सभी रीतियों का पालन किया था। जबकि ब्रह्मा इस विवाह में पुरोहित बने थे। उस समय सभी संत-मुनियों ने इस समारोह में भाग लिया था। विवाह स्थल के नियत स्थान को ब्रहम शिला कहा जाता है जो कि मंदिर के ठीक सामने स्थित है। इस मंदिर के महात्म्य का वर्णन स्थल पुराण में भी मिलता है।
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
Subscribe to #AaoPahad for Interesting Videos
All you need to do is to press the BELL ICON 🛎 next to the subscribe button
Stay tuned for latest Videos
-----------------------------------------------------------------------------------------------------
Enjoy & Stay connected with us !
Like us on Facebook -   / aa0pahad  
Follow us on Instagram -   / aaopahad  
#TriyuginarayanTemple #Uttarakhand #AaoPahad

show more

Share/Embed