Published On Apr 13, 2024
तीन दिन-तीन रात तक डॉ. लोहिया से बहस का फलाफल
बात 1966 की है। शोषित समाज दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व महामना रामस्वरूप वर्मा के सहयोगी रामचंद्र कटियार बता रहे हैं यह दास्तान कि कैसे रामस्वरूप वर्मा डॉ. लोहिया से मिले और क्यों यह कहा जाता था कि संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी को बारह आना लोहिया चलाते थे और चार आना रामस्वरूप वर्मा। वे यह भी बता रहे हैं कि दोनों के बीच अंतर किन-किन बिंदुओं पर था तथा यह कि तीन दिन और तीन रातों तक दोनों एक-दूसरे के साथ बहस करते रहे। यह वही साल था जब पहली बार रामस्वरूप वर्मा ने अर्जक समाज की अवधारणा को लोगों के समक्ष प्रस्तुत किया। देखें फारवर्ड प्रेस की प्रस्तुति का दूसरा भाग
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