Published On Nov 9, 2022
किमोठा एक ऐसा गांव जिसे संस्कृत गांव के नाम से जाना जाता है , जिसमें लगभग 150 से 200 परिवार रहते थे आज पलायन के कारण ऐसी स्थिति बनी है कि गांव में केवल 15 -20 परिवार ही रहते हैं । पूरा गांव खंडहर में परिवर्तित होता जा रहा है और निर्जन होता जा रहा है । सुशिक्षित संपन्न और समृद्ध लोगों का गांव इस तरह से खाली हो तो पहाड़ी गांवों की स्थिति बहुत चिंताजनक बनती जा रही है । ग्रामीणों को चाहिए कि वह अपने गांव में भी पने रहने के लिए घर बनाएं और साल में कम से कम 2 बार गांव में आकर के गांव में खुशहाली लाएं ।
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