Published On Jan 14, 2024
Interesting facts about Ram Mandir
राम मंदिर को बनाने में लोहे का प्रयोग नहीं हुआ है ताकी इसकी उम्र लंबी हो
राम मंदिर की लंबाई पूर्व से पश्चिम तक 380 फीट और चौड़ाई 250 फीट एवं ऊंचाई 161 फीट है.
अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर को परम्परागत नागर शैली में गया है
अयोध्या का राम मंदिर तीन मंजिला है. प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट है. वहीं मंदिर में कुल 392 खंभे व 44 द्वार हैं. इन खंभों व दीवारों में देवी देवता तथा देवांगनाओं की मूर्तियां उकेरी गयी हैं.
रामलला के गर्भगृह में सोने की परत लगे दरवाजे हैं. भूतल पर सभी 14 सोने की परत वाले दरवाजे लगाए जा चुके हैं
राम मंदिर में 5 मंडप हैं- नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप व कीर्तन मंडप. मंदिर के समीप पौराणिक काल का सीताकूप होगा
मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से, 32 सीढ़ियां चढ़कर सिंहद्वार से होगा
श्री राम मंदिर के चारों ओर आयताकार परकोटा है. परकोटा के चारों कोनों पर सूर्यदेव, मां भगवती, गणपति व भगवान शिव को समर्पित चार मंदिरों का निर्माण होगा.
इस भव्य मंदिर के परिसर में अन्य सात मंदिर बनाने का प्रस्ताव है. जो महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषादराज, माता शबरी व ऋषिपत्नी देवी अहिल्या को समर्पित होंगे.
मंदिर के नीचे 14 मीटर मोटी रोलर कॉम्पेक्टेड कंक्रीट (RCC) बिछाई गई है. इसे कृत्रिम चट्टान का रूप दिया गया है.
राम मंदिर को धरती की नमी से बचाने के लिए 21 फीट ऊंची प्लिंथ ग्रेनाइट से बनाई गई है.
मंदिर का निर्माण पूर्णतया भारतीय परम्परानुसार व स्वदेशी तकनीक से किया जा रहा है. पर्यावरण-जल संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया है.
22 जनवरी को राम मंदिर (Ram Mandir) में होने जा रहे राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या (Ayodhya) नगरी तैयार हो रही है. एक तरफ मंदिर का काम तेजी से चल रहा है तो वहीं इस शहर की सड़कें भी गुलजार होती दिख रही हैं. प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले के कार्यक्रम भी मंगलवार, 16 जनवरी से शुरू हो गए जो 21 जनवरी तक चलेंगे. इसका पूरा शेड्यूल भी आ चुका है.
ऐसे में चलिए आपको अयोध्या में तैयार हुए राम मंदिर से जुड़ीं 12 खास बात बताते हैं. हम आपको इस मंदिर से जुड़ीं हर छोटी-बड़ी बात बताएंगे- जैसे इसकी लंबाई-चौड़ाई, इसमें कितनी दरवाजे होंगे, यह कितना मंजिला होगा? किस मंजिल पर क्या होगा? राम लला के अलावा और किसका मंदिर परिसर में बनाया जाएगा?