Published On Aug 17, 2012
Alochana Path ( Stuti Path) | आलोचना पाठ ( स्तुति पाठ ) | Alochana Path Agamvani Channel
बंदों पाँचों परम-गुरु, चौबीसों जिनराज।
करूँ शुद्ध आलोचना, शुद्धिकरन के काज ॥
सुनिये, जिन अरज हमारी, हम दोष किए अति भारी।
तिनकी अब निवृत्ति काज, तुम सरन लही जिनराज ॥
इक बे ते चउ इंद्री वा, मनरहित सहित जे जीवा।
तिनकी नहिं करुणा धारी, निरदई ह्वै घात विचारी ॥
समारंभ समारंभ आरंभ, मन वच तन कीने प्रारंभ।
कृत कारित मोदन करिकै, क्रोधादि चतुष्ट्य धरिकै॥
शत आठ जु इमि भेदन तै, अघ कीने परिछेदन तै।
तिनकी कहुँ कोलौं कहानी, तुम जानत केवलज्ञानी॥
विपरीत एकांत विनय के, संशय अज्ञान कुनयके।
वश होय घोर अघ कीने, वचतै नहिं जात कहीने॥
कुगुरुनकी सेवा कीनी, केवल अदयाकरि भीनी।
याविधि मिथ्यात भ्रमायो, चहुँगति मधि दोष उपायो॥
हिंसा पुनि झूठ जु चोरी, पर-वनितासों दृग जोरी।
आरंभ परिग्रह भीनो, पन पाप जु या विधि कीनो॥
सपरस रसना घ्राननको, चखु कान विषय-सेवनको।
बहु करम किए मनमाने, कछु न्याय-अन्याय न जाने॥
फल पंच उदंबर खाये, मधु माँस मद्य चित्त चाये।
निवेदन - आप सभी एक बार जिनवाणी चैनल को जरूर सब्सक्राइब करें :- https://zurl.co/0Nxk
Please do Subscribe , Like, Share & Comment.
Visit our website - https://www.jinvanichannel.com/
Connect with us on Social Media:
----------------------------------------------------------------------------------------------------------
Facebook ► / jinvanichannel
----------------------------------------------------------------------------------------------------------
Instagram ► / jinvanichan. .
----------------------------------------------------------------------------------------------------------
YouTube ► / jinvanichanne. .
----------------------------------------------------------------------------------------------------------
Twitter ► / jinvaniofficial
---------------------------------------------------------------------------------
Mangal Aarti ►https://zurl.co/TdZi
-----------------------------------------------------------------------------------
Jain Chalisa ► https://zurl.co/OkBZ
-----------------------------------------------------------------------------------
Alochana Path ► https://zurl.co/Slsy
----------------------------------------------------------------------------------
Aahar Charya ► https://zurl.co/NbUI
----------------------------------------------------------------------------------
Jigyasa Samadhan ► https://zurl.co/CkYs
----------------------------------------------------------------------------------
Jain Bhajan ► https://zurl.co/hcIe
----------------------------------------------------------------------------------
Chahdhala ► https://zurl.co/K5MY