Published On Premiered Jul 2, 2024
देव श्री कांढलू बालाकामेश्वर
देवता का मूल स्थान कांढलू नामक जगह पर है जो कि जिला मंडी में है। इनका मुख आठ मुखी है और इन्हे शान ए बल्ह के नाम से भी जाना जाता है। देवता के मुख्य गण देव तागोडा , देव बताल है। इनकी रथ शैल सबसे भिन्न है। देवता को मंडी शिवरात्रि में प्राचीन देवताओं की सूचि में शामिल किया गया है।
देवता को देव श्री कमरुनाग का टिका पुत्र भी कहा जाता है।
देवता के कारदार श्री डोला राम जी है।
देवी सरोआ जालपा को इनकी बुआ माना जाता है।
देवता के भाई श्री वाल टिका लटोगली एवं वाल टिका टुंगरासन
देवता को कमरुनाग द्वारा वर्षा के लिए पानी का लोटा दिया जाता है।
रानी खैरगडी के कुलज।
18 व्याधियों के भंडारी
देवता को 18 करडु में भी स्थान
देवता की हार 3 पंचायत में है ( बग्गी, नलसर और मगर - पाधरु )
देवता की 3 जागीश होती है ( जेठ, भद्रो, मगसर )
देवता के मुख्य मेले ( बग्गी और नलसर )
Credits
Singer Lyrics & Composer
M.S. Thakur
Music
Tejinder Negi
Video
Mahender Thakur
Label
iSur Studios