सुधा में जादू था, सचमुच जादू! l Ek Tha Chander Ek Thi Sudha l Rahil Azam
মুনমুন মুনমুন
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 Published On Sep 17, 2024

"कब और क्यों उसने चन्दर के इशारों का यह मौन अनुशासन स्वीकार कर लिया था, यह उसे खुद नहीं मालूम था, और यह सभी कुछ इतने स्वाभाविक ढंग से, इतना अपने-आप होता गया कि दोनों में से कोई भी इस प्रक्रिया से वाकिफ नहीं था, कोई भी इसके प्रति जागरूक न था, दोनों का एक-दूसरे के प्रति अधिकार और आकर्षण इतना स्वाभाविक था जैसे शरद की पवित्रता या सुबह की रोशनी।"
(गुनाहों का देवता, धर्मवीर भारती)

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