जागती जोतां(पातल,अकबर,मान) कवि गिरधारी सिंह पड़िहार री लिखोड़ी कविता । स्वरः शिवपाल सिंह पड़िहार
गिरधारी सिंह पड़िहर
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Published On Apr 26, 2023
कवि:- गिरधारी सिंह पड़िहार
कविता:- जागती जोता
स्वर:- शिवपाल सिंह पड़िहार
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