Published On Aug 31, 2024
हिलजात्रा 2024 थरकोट पिथौरागढ़ उत्तराखंड || भगवान नन्दी जी को देखने आए जनसैलाब || हिलजात्रा 2024
पहाड़ों में लोकपर्व धार्मिक आस्था और संस्कृति का पर्याय माने जाते है. इन में से कुछ ऐसे पर्व भी है जो खुद में खास महत्व लिए हुए हैं. सोरघाटी पिथौरागढ़ में मनाए जाने वाला एक ऐसा ही ऐतिहासिक लोकपर्व है हिलजात्रा, जो शायद ही कही और देखने को मिलता है और इसे खास बनाते हैं इस पर्व में इस्तेमाल होने वाले मुखौटे, दिखने में साधारण से लगने वाले इन मुखौटों का इतिहास करीब 500 साल पुराना है. जिसे नेपाल के राजा ने पिथौरागढ़ के कुमौड़ गांव में रहने वाले चार महर भाईयों को उनकी वीरता के प्रतीक के रूप में भेंट किये थे..
इसके बाद से ही पिथौरागढ़ में इन मुखौटों का इस्तेमाल कर यहां हिलजात्रा नाम से उत्सव शुरू हुआ तभी से पिथौरागढ़ की सोरघाटी में ये पर्व बड़ी धूम धाम से मनाया जाता रहा है. कुमौड़ की हिलजात्रा में लखिया बाबा का आगमन सबसे लोकप्रिय है जिन्हें शिवगण के रूप में यहां के लोग पूजते हैं. जिसके मुखौटे के बारे में जानकारी देते हुए यहां के स्थानीय निवासी यशवंत महर बताते हैं कि भगवान वीरभद्र के रूप में लखिया देव का मुखौटा यहां की सुख सम्रद्धि का प्रतीक है.
#hilljatra #hilljatra2024 #pithoragarh #devbhoomi #devbhumiuttarkhand #devbhumi #uttrakhand #pithoragarhdailyupdate
Location -: Tharkot Pithoragarh Uttarakhand