Class 10/Prose/A Letter To God/ पूरे पाठ का जबरदस्त हिंदी अनुवाद.
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 Published On Sep 2, 2024

Adhiksha English classes
Basic English for class 10th literature and grammar



First Flight
Prose
Chapter 1
A letter to God

Hindi explanation of the video...
पूरी घाटी में एकमात्र बना हुआ घर एक निचली पहाड़ी की चोटी पर बसा हुआ था. इस ऊंचाई से कोई भी व्यक्ति नदी को और पुष्पों से लदे हुए पके अनाज के खेत को देख सकता था जो हमेशा एक अच्छी फसल का वादा करते थे. पृथ्वी को जी एकमात्र चीज की आवश्यकता थी वह थी बारिश या कम से कम हल्की-फुल्की बौछार की. पूरी सुबह लैंचो जो अपने खेतों को बहुत अच्छी तरह से जानता था उसने नॉर्थ ईस्ट की दिशा में आकाश को देखने से के सिवाय और कुछ नहीं किया था.
"भाग्यवान अब हमें वास्तव में कुछ बारिश का पानी मिलाने वाला है"
महिला जो रात का भोजन बना रहे थे उसने उत्तर दिया" हां ईश्वर जरूर चाहता है"
बड़े लड़के खेतों में काम कर रहे थे जबकी के छोटे-छोटे लड़के घर के पास खेल रहे थे कि तभी उसे महिला ने उन सभी को बुलाया. "खाने के लिए आ जाओ"
भोजन के दौरान ही जैसा कि लैंचो ने भविष्यवाणी की थी वर्ष की बड़ी-बड़ी बूंदें गिरने लगी. उत्तरी पूर्वी दिशा में बादलों के बहुत विशालकाय झुंड आते हुए देखे जा सकते थे हवा एकदम ताजा और माधुरी थी. वह आदमी अपने शरीर पर वर्षा के सुखद बूंद के सुख को अनुभव करने के सिवाय और किसी कारण से बाहर नहीं गया और जब वह लौटा तो उसने चिल्लाते हुए कहा.
"यह आकाश से गिरती हुई वर्षा की बूंदे नहीं है बल्कि यह नए-नए सिक्के हैं बड़ी बूंदे 10-10 के सिक्के हैं और छोटी-छोटी 5-5 के सिक्के हैं."
एक संतुष्ट भावना के साथ उसने फूलों वाले पैक अनाज के खेत को ध्यान से देखा जो वर्ष के आवरण में ढके हुए थे.
लेकिन अचानक एक तेज हवा चलने लगी और बारिश के साथ-साथ बहुत बड़े-बड़े ओले गिरने लगे.
यह बिल्कुल चांदी के सिक्कों की तरह मिलते-जुलते थे.
लड़कों ने अपने आप को बारिश में खुला छोड़ते हुए जमे हुए मोतियों को इकट्ठा करने के लिए दौड़ पड़े.
"अब तो बहुत बुरा हो रहा है" लैंचो ने चीखते हुए कहा," मैं उम्मीद करता हूं कि यह जल्दी ही गुजर जाएगा"
लेकिन ओला जल्दी नहीं गुजरा. पूरे 1 घंटे तक ऑल बगीचे में पहाड़ की तरफ खेत के मैदान में पूरी घाटी में बरसे. खेत ऐसे सफेद हो गया था जैसे कि नमक से ढका हो.
पेड़ों पर एक पट्टी भी नहीं बची थी फसल पूरी तरह नष्ट हो गई थी पेड़ों से फूल भी गायब हो गए थे.
लैंचो की आत्मा दुख से भर गई. जब तूफान गुजर गया तो वह अपने खेत के बीच में खड़ा हो गया और उसने अपने पुत्रों से कहा, वीडियो की महामारी ने इससे ज्यादा छोड़ दिया होता है लेकिन ऑल ने तो बिल्कुल कुछ नहीं छोड़ा है इस साल हमें कोई अनाज नहीं मिलेगा"
वह रात एक दुख भरी रात थी.
इतना काम और मिला कुछ नहीं
कोई ऐसा नहीं है जो हमारी सहायता कर सकता है.
हम सभी इस साल भूखे रह जाएंगे....





इसके बाद का एक्सप्लेनेशन आप दूसरे वीडियो में जानेंगे
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