सोन नदी में डूबी सातवीं बच्ची का तिलौथू से .. बरामद
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 Published On Oct 7, 2024

सोन नदी में डूबी सातवीं बच्ची का तिलौथू से .. बरामद

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तिलौथू(रोहतास) रोहतास जिले के तुंबा ग्राम में हुई दर्दनाक घटना में सोन नदी में डूबी सातवीं बच्ची का शव सोमवार को एसडीआरएफ की टीम ने बरामद कर लिया। यह बच्ची, गुनगुन (उम्र 8 वर्ष), अपने परिवार के अन्य छह बच्चों के साथ रविवार को सोन नदी में नहाने के दौरान डूब गई थी। एसडीआरएफ की टीम दूसरे दिन के प्रयास के बाद तिलौथू थाना क्षेत्र के मीरा सराय घाट के पास से गुनगुन का शव ढूंढ निकाला और इसे परिजनों को सौंप दिया। तिलौथू थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने जानकारी दी कि दुर्घटना के तुरंत बाद एसडीआरएफ की टीम ने छह बच्चों के शवों को निकाल लिया था, लेकिन गुनगुन का शव नहीं मिल सका था। टीम ने लगातार खोजबीन के बाद सोमवार को उसे बरामद कर लिया। शव बरामद होते ही गांव में मातम का माहौल बन गया है। गुनगुन का शव जब उसके परिजनों तक पहुंचा तो उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे, और पूरे गांव में चीख पुकार मच गई।
इस हृदयविदारक घटना से तुंबा गांव में कोहराम मचा हुआ है। रविवार को नहाने गए सातों बच्चे एक ही परिवार के थे, और उनकी अचानक मृत्यु ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। जैसे ही गुनगुन का शव घर पहुंचा, वहां हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए। गांव के लोग परिवार को सांत्वना देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन परिजनों के दिल दहला देने वाले चीत्कार से गांव का माहौल गमगीन हो गया है।
सबसे दुखद बात यह रही कि इस बड़े हादसे के बावजूद घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी न तो कोई स्थानीय विधायक, न सांसद और न ही कोई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचा है। यह स्थिति गांव वालों में आक्रोश का कारण बनी हुई है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि इतने बड़े हादसे के बावजूद स्थानीय प्रशासन और नेताओं की उदासीनता क्यों है। पीड़ित परिवार को अभी तक किसी प्रकार की सरकारी मदद नहीं मिल पाई है, जिससे गांव के लोग बेहद नाराज हैं। तुंबा गांव में सोन नदी के किनारे बच्चों का अक्सर खेलना और नहाना होता है, लेकिन इस बार यह खेल परिवार के लिए जीवन भर का दर्द बन गया। ग्रामीणों का कहना है कि अगर वहां पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम होते, तो शायद यह हादसा टल सकता था। अब गांव वाले प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि सोन नदी के इस हिस्से में सुरक्षा इंतजाम किए जाएं ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुखद घटनाओं से बचा जा सके। घटना के बाद पीड़ित परिवार को गांव के लोग ढांढस बंधा रहे हैं, लेकिन इस हादसे की भयावहता ने सभी को स्तब्ध कर दिया है।

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