Rajorgarh Fort | राजोरगढ़ का किला | जहां की रानी हमेशा रूठी रहने के कारण बनवाया गया अलग महल
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 Published On Dec 24, 2023

Rajorgarh Fort | राजोरगढ़ का किला | जहां की रानी हमेशा रूठी रहने के कारण बनवाया गया अलग महल

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राजस्थान अलवर के अंदर टहला क्षेत्र के राजौर गढ़ गांव में स्थित 360 मंदिर एवं पहाड़ के ऊपर रूठी रानी का महल स्थित है आज हम आपको इस वीडियो के माध्यम से उसी ही रूठी रानी का महल दिखाने जा रहे हैं कहते हैं कि जब रानी रूठ जाती थी तो इस महल में आकर रहती थी यह महल आज पूरी तरह खंडहर हो चुका है हम आपको इस महल को दिखाने का पूरा प्रयास करेंगे यहां पर प्रसिद्ध नीलकंठ महादेव मंदिर नौ गजा मूर्ति स्थित है यह नगर महाभारत कालीन है पहले यह पारानगर के नाम से जाना जाता था जो अलवर के अंदर स्थित है||
यही इतिहास का सबसे फेमस किला कहां कुंवारी पोर्ट है जिस पर औरंगजेब ने अपने भाई दारा सिंह को कैद करके मरवा दिया था
यहां पर औरंगजेब द्वारा लगभग सभी मंदिरों को नष्ट कर दिया गया
यह महाभारत कालीन पांडवों द्वारा अज्ञात वनवास के दौरान बनवाए गए मंदिर यहां पर स्थापित है जिनकी अवशेष आज भी हमें देखने को मिलते हैं

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राजोरगढ़ दुर्ग का परिचय | Introduction of Rajorgarh Fort :

राजोरगढ़ दुर्ग अलवर जिले में टहला कस्बे के पास अरावली पर्वतमाला की एक पहाड़ी पर स्थित है। संभवतः राजोरगढ़ कस्बे का प्रारंभिक नाम राजपुर था। 

12वीं सदी तक यहाँ बड़गूजर शासकों का अधिकार रहा। इस नगर में 10वीं सदी में बड़गूजर शासक मंथनदेव ने भव्य नीलकण्ठ महादेव मंदिर बनवाया। तभी से यह नगर नीलकण्ठ राजोरगढ़ के नाम से प्रसिद्ध हो गया। राजोरगढ़ एक प्राचीन व समृद्धिशाली नगर था जो 8वीं-9वीं सदी में उन्नति एवं वैभव के चरमोत्कर्ष पर था। यहाँ जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ की भव्य प्रतिमा व मंदिर है जिसे नौगजा मंदिर कहते हैं। इस कस्बे को पारानगर भी कहते हैं।

राजौर गढ़ दुर्ग का निर्माण | Construction of Rajour Garh Fort :

इस दुर्ग के निर्माण के बारे में वस्तुस्थिति ज्ञात नहीं है परन्तु अनुमान है कि इसका निर्माण यहाँ शासन करने वाले चौहान शासकों या बड़गूजर राजवंश के शासकों ने करवाया होगा। 16वीं सदी में इस दुर्ग पर मुगलों व खानजादों का प्रभुत्व रहा। यह दुर्ग जयपुर नरेश मिर्जा राजा जयसिंह को सम्राट शाहजहाँ द्वारा जागीर में दिया गया जहाँ जयसिंह ने इसका पुनरुद्धार करवाकर राजोरगढ़ कस्बे के चारों ओर परकोटे (शहरपनाह) का निर्माण करवाया। राजोरगढ़ दुर्ग एक विकट व सुरक्षित दुर्ग था। इसका उपयोग मुख्य रूप से सैनिक कार्यों व युद्ध अभियानों हेतु होता था ।

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Rajor (राजोर) Rajorgarh (राजोरगढ़) is a village in Rajgarh Alwar tahsil of district Alwar, Rajasthan.

This place in ancient times was known as Rajyapura (राज्यपुर), Paranagara (पारानगर) (Parshvanagara), Nilakantha (नीलकण्ठ) etc. Nilakantha is name derived from celebrated Nilakantheshvara Shiva temple. 

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