जहां शिव के नंदी हैं लापता II पवित्र तालाब जहाँ राम स्नान करते थे।
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 Published On Jun 23, 2024

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जहां शिव के नंदी हैं लापता II पवित्र तालाब जहाँ राम स्नान करते थे।

पौराणिक कथा म‍िलती है ब्रह्म देव के पांच मुख थे। चार मुख तो भगवान की अर्चना करते थे। लेकिन उनका एक मुख हमेशा ही बुराई करता रहता था। एक द‍िन भगवान शिव ने क्रोध में आकर ब्रह्मदेव के उस मुख को शरीर से अलग कर दिया। इससे भगवान शिव को ब्रह्म हत्या का पाप लगा। इस पाप से मुक्ति पाने के ल‍िए भगवान शिव पूरे ब्रह्मांड में घूमे लेकिन उन्हें ब्रह्म हत्या से मुक्ति का उपाय नहीं मिला। इसी दौरान वह घूमते-घूमते सोमेश्वर पहुंच गए।
कथा के अनुसार भोलेशंकर जब सोमेश्‍वर पहुंचे तब वहां एक बछड़े ने भगवान शिव को ब्रह्महत्‍या के पाप से मुक्ति का उपाय बताया। इसके अलावा वह भोलेनाथ को लेकर उस स्‍थान पर गया जहां पर उन्‍हें इस ब्रह्महत्‍या के पाप से मुक्ति म‍िलनी थी। यह स्‍थान गोदावरी का रामकुंड था। जहां उस बछड़े ने भोलेनाथ को स्नान करने को कहा। मान्‍यता है क‍ि वहां स्नान करते ही भगवान शिव ब्रह्महत्या के पाप से मुक्त हो सके। उन्‍हें इस पाप से मुक्‍त कराने का मार्ग बताने वाले बछड़े के रूप में वह कोई और नहीं बल्कि नंदी बाबा ही थे।
नंदी की वजह से भगवान शिव ब्रह्म हत्या के दोष से मुक्त हुए थे। इसलिए भगवान शिव ने उन्हें अपना गुरु मान ल‍िया। चूंकि अब नंदी महादेव के गुरु बन गए इसीलिए उन्होंने इस मंदिर में नंदी बाबा को स्वयं के सामने बैठने से मना किया। यही वजह है क‍ि इस मंद‍िर में भोलेनाथ तो हैं लेक‍िन नंदी बाबा नहीं है।कपालेश्‍वर महादेव मंदिर की सीढ़‍ियां उतरते ही सामने गोदावरी नदी बहती नजर आती है। उसी में प्रसिद्ध रामकुंड है। भगवान राम ने इसी कुंड में अपने पिता राजा दशरथ का श्राद्ध किया था। इसके अलावा कपालेश्वर मंदिर के ठीक सामने गोदावरी नदी के पार प्राचीन सुंदर नारायण मंदिर है। यहां हर साल हरिहर महोत्सव का आयोजन क‍िया जाता है। इस दौरान कपालेश्वर और सुंदर नारायण दोनों ही भगवानों के मुखौटे गोदावरी नदी पर लाए जाते है। इसके बाद दोनों को एक-दूसरे से म‍िलाया जाता है। सावन का महीना हो या महाशिवरात्री यहां भारी भीड़ लगती है।
किंवदंती है कि भगवान राम और उनकी पत्नी सीता ने वनवास के दौरान इस कुंड में स्नान किया था। मान्यता है कि इस पवित्र कुंड में किसी मृतक की अस्थियां बहाने से उसकी आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है। नासिक में राम कुंड गोदावरी नदी पर स्थित है, जो असंख्य तीर्थयात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां भक्त स्नान के लिए आते हैं।
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Day 11- Triambakeshwar To Ramkund To Bhimashankar
Route Taken : Triambakeshwar To Ramkund To Bhimashankar Ghat road
Total Distance : 30 Km to Ramkund and Then 220 km Bhimashankar
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